Rewa news:पुलिस राडार में नहीं आए सप्लायर, प्रयागराज के बाद तस्कारों ने बदला ठिकाना,बनारस से फैल रहा नशे का जाल!

Rewa news:पुलिस राडार में नहीं आए सप्लायर, प्रयागराज के बाद तस्कारों ने बदला ठिकाना,बनारस से फैल रहा नशे का जाल!
रीवा . प्रयागराज के बाद अब बनारस नशीली सिरप का नया हब बन गया है। वहां से रीवा सहित आसपास के जिलों में लगातार भारी मात्रा में नशीली सिरप की खेप पहुंचाई जा रही है। बीते एक सप्ताह में बनारस से रीवा जोन में भेजी गई तीन बड़ी खेप पकड़ी गई हैं, जिससे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। जानकारी के अनुसार, जिले में पहले प्रयागराज से ही नशीली सिरप की सबसे अधिक आपूर्ति होती थी, लेकिन वहां तीन प्रमुख मेडिकल स्टोर संचालकों की एनडीपीएस एक्ट में गिरफ्तारी के बाद यह नेटवर्क कमजोर पड़ा। इसके बाद तस्कर अब बनारस से सिरप की खेप ला रहे हैं। चाकघाट में 1300 शीशी, रायपुर कर्चुलियान में 800 और चोरहटा में 1155 शीशी नशीली सिरप जब्त की गई है। तीनों मामलों में बरामद सिरप की खेप बनारस से लाई गई थी। पुलिस को तस्करों से सिरप सप्लाई करने वाले मुख्य सप्लायरों तक पहुंचने में कठिनाई हो रही है क्योंकि ये सप्लायर कभी सीधे संपर्क में नहीं आते। वे न तो स्थायी ठिकाना बताते हैं और न ही कोई लेनदेन डिजिटल माध्यम से करते हैं। खेप लोड कर तस्करों को सुनसान जगह पर डिलीवरी दे दी जाती है।
चकमा देने के लिए तस्करों ने बदला रूट
नशीली सिरप तस्करी के लिए इस कारोबार से जुड़े लोगों ने रूट बदल दिया है। बनारस से तस्कर हनुमना रूट से नशीली सिरप नहीं ला रहे हैं, बल्कि बनारस से प्रयागराज होकर चाकघाट और चित्रकूट सतना होकर नशीली सिरप लाई जा रही है। हनुमना में पुलिस द्वारा कई बड़ी खेप पकड़ी जा चुकी है, जिससे अब तस्करों को चाकघाट और चित्रकूट रूट ज्यादा पसंद आ रहा है।
कई फर्मों के खिलाफ हो चुकी कार्रवाई
चेारहटा पुलिस ने कई फर्मों के खिलाफ कार्रवाई की है। सागर की टाटा फार्मा से पुलिस ने 600 पेटी नशीली सिरप बरामद की थी, जिसमें फर्म संचालक को भी नामजद किया था। भोपाल, ग्वालियर, कटनी के फर्म के खिलाफ भी कार्रवाई हो चुकी है। प्रयागराज की मिश्रा एजेंसी सहित तीन फर्म संचालकों पर कार्रवाई हो चुकी है, जिससे इन स्थानों से नशीली सिरप की खेप की आवक रुक गई है। बनारस में अभी तक किसी बड़े फर्म संचालक पर कार्रवाई नहीं हुई है। इससे यहां से नशीली सिरप की तस्करी लगातार जारी है।
बनारस के सप्लाई नेटवर्क का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। अभी तक कई जिलों के फर्म संचालकों पर कार्रवाई हो चुकी है।
विवेक सिंह, एसपी रीवा